विश्व इतिहास की शुरुआत कैसे हुई थी? world history hindi

विश्व इतिहास की शुरुआत कैसे हुई थी? world history hindi

आज के इस पोस्ट में हम जानेगे की विश्व इतिहास की शुरुआत कैसे हुई थी ( world history hindi ) क्योकि बोर्ड परीक्षा में ये सवाल पूछ लिया जाता है । बोर्ड परीक्षा में ये सवाल पूछ लिया जाता है की विश्व इतिहास की सुरुआत कैसे हुई थी यानि की world history hindi  चाहे वो 9वी क्लास , 10वी या 12वी क्लास का एग्जाम हो तो भी world history hindi के इस टॉपिक से बहुत सरे सवाल पूछ लिया जाता है तथा world history hindi से हर साल सवाल पूछ लिया जाता है ।

world history hindi  से जितने भी हाई लवैल का एग्जाम ( ssc , bpsc upsc , bssc , competition exam etc. ) होता है उसमे पुरे विस्तार से वर्णन करने को कहता है । इसलिए आज हम भी विश्व इतिहस की शुरुआत कैसे हुई या world history hindi  इसका वर्णन पुरे विस्तार से जानेगे और समझेंगे।

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विश्व इतिहास की शुरुआत कैसे हुई थी
इतिहास क्या है ?

इत्ती – बीती हुई 

हास – कहानी

अथार्त बीती हुई कहानी को इत्तिहास कहते है । इत्तिहास अतीत का दर्पण होता है , यानि यह अतीत की कहानी है अथार्त अतीत वह समय है , जो वर्तमान के समय में गुजर गया है ।

प्रत्येक मनुष्य अपने बीते हुए दिनों यानि अपने इत्तिहास को याद कर उससे सबक एवं शिक्षा लेकर अपने भविष्य को सजता है एवं संवारता है । इसीलिए प्रत्येक जागरूक नागरिक से यह आशा की जाती है की वह अपने अतीत को भलीभांति अच्छे तरीके से जनता हो ।

इत्तिहास का पिता हेरोडोटस को कहा जाता है । वह यूनान का रहने वाला था , जिसने हिस्टोरिका नामक ग्रन्थ लिखा था जिसमे भारत का फारस के साथ संबंध का वर्णन किया गया है ।

प्राचीन धार्मिक ग्रन्थ महाभारत के अनुसार जो इत्तिहास की परिभाषा दी गयी है , उसके अनुसार :- ” इत्तिहास वह कथा है जिसमे धर्म , कर्म , अर्थ और मोक्ष की प्राप्ति का साधन हो या उस ग्रन्थ में इन चारो की शिक्षा मिल सके वही इत्तिहास है ” इस प्रकार इत्तिहास पुरुषार्थ चरितार्थ पर ज्यादा बल देता है।

इत्तिहास :- इत्तिहास की परिभाषा विभिन्न इत्तिहासकारो ने अपने – अपने तरीको से अलग – अलग दी है जो निम्न है –

अरस्तु के अनुसार :- ” इतिहास अतीत की गुथियो को जोड़ने वाला एक कड़ी होता है । ( History is an account of the unchaining past . )

रैनियर के अनुसार :- ” इतिहास मानव अतीत की गाथा है । ” ( History is a study which is concerned with human past . )

कार्लइल के अनुसार :- ” इतिहास महापुरषो की जीवन की गाथा है । ” ( History is the biography of great man . )

अथार्त इतिहास प्राचीन काल में असन ( अन्न ) , वसन (वस्त्र ) तथा निवसन ( आवास ) के तलाश में निकले प्रगतिशील मनुष्य के अतीत की उपलब्धिया , सभ्यता तथा संस्कृति की कहानी है ।

हमने यह जाना की इतिहास की परिभाषा के बारे में जाना तथा कुछ इतिहासकारो के अनुसार इतिहास की परिभाषा को जाना तथा अब हम world history hindi या विश्व इतिहास की शुरुआत के बारे में जानेगे की आखिर विश्व इतिहास की शुरुआत हुई कैसे ( world history hindi )। तो चलिए अब जानते है की विश्व इतिहास क्या है world history hindi

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मनुष्य की उत्पति :- आज से 450 अरब वर्ष पूर्व , सूर्य के दहकते गोले से एक आकाशीय पिंड बाहर निकला तथा ब्रमांड में एक जगह स्थिर हो गया। यही आकाशीय पिंड कालांतर में पृथ्वी के नाम से जाना गया। जहा किसी प्रकार का कोई जीव पृथ्वी पर नहीं थे।
समय बीतता गया और समय के साथ – साथ जीवो की उत्पति भी धीरे – धीरे इस पृथ्वी पर होने लगी। बीते हुए समय को स्तरभौमिकी विज्ञानं के आधार पर पांच महाकल्प ( इरा या युग ) , कई अवस्था या काल ( Period ) तथा चरण ( Phase ) में बाट दिया गया है ।
  1. आर्कियोजोइक इरा :- इसका समय लगभग 400 – 150 करोड़ वर्ष पूर्व तक मानी जाती है तथा इस काल को प्री – प्राइमरी प्रियड कहा कहा जाता है तथा इस इरा में पृथ्वी पर कोई जीव नहीं था ।
  2. प्रोटेरोज़ोइक इरा :-  इसका समय लगभग 150 – 100 करोड़ वर्ष तक मानी जाती है और इस काल को प्राइमरी प्रियड भी कहा जाता है तथा इस काल में कीटडंब पनप रहे थे ।
  3. पोलियो – जोइक इरा :- इसका समय लगभग 100 – 50 करोड़ वर्ष पूर्व तक थी और इस काल को प्राइमरी एंड सेकेंडरी प्रियड भी कहा जाता है तथा इस काल में मत्स्य ( जलीय जीव ) थे
  4. मेसोजोइक इरा :- लगभग 50 – 12 करोड़ वर्ष पूर्व हुई थी और इस कल को सेकेंडरी प्रियड कहते है तथा इस काल में सरीसृप यानि की रेंगने वाले जीवो की उत्पत्ति हो चुकी थी ।
  5. सेनोजोइक इरा :- 8 करोड़ वर्ष पूर्व मानी जाती है

नोट :- सेनोजोइक इरा के कवाटरनरी प्रियड के 6 चरण होते है जिसमे 5 वे चरण को प्लेस्टोसीन फेज ( plaistocene phase ) कहते है 50 लाख वर्ष पूर्व से शुरू होता है .

6 चरण को होलोसीन फेज (holocene phase ) कहते है , जो 12 से 10 हज़ार वर्ष पूर्व से शुरू मन जाता है अथार्त मनुष्य का इतिहास सेनोजोइक इरा के कवाटरनरी प्रियड के प्लेस्टोसीन फेज से शरू होता है , जिसे अधिकतम 50 लाख वर्ष पूर्व तक ले जाया जा सकता है ।

सर्वप्रथम मानव का साक्ष्य 26 लाख वर्ष पूर्व अफ्रीका से मिला है । इसलिए विश्व में सबसे पहले अफ्रीका की इतिहास की शुरूआत हुई ।

अफ्रीका में मनुष्य का साक्ष्य मुख्यत: निम्न क्षेत्रो से मिला है –

  1. केन्या के तुर्गनाझिल क्षेत्र से तथा कानम क्षेत्र से ।
  2. तंजानिया के वोल्टूवाई गार्ज क्षेत्र से ।
  3. इथोपिया के ओमी नदी वेसिन से ।
  4. अल्जीरिया के आईहेनेक जगह से ।

यहाँ से प्राप्त अवशेषो को 26 लाख वर्ष पुराना पाया गया है ।

* भारतीय उपमहाद्वीप में रेवात – पाकिस्तान – 1983 में पाकिस्तान के शिवालिक पहाड़ी में स्थित रेवात से 18 लाख वर्ष पुराना मानव का साक्ष्य मिला है।

बोरी :- यह भारत के महाराष्ट्र में स्थित है , जिसकी खुदाई 1987 में की गयी । यहाँ से 14 लाख वर्ष पुराना मानव का साक्ष्य मिला है ।

आज के इस पोस्ट में हमने world history hindi टॉपिक के बारे में जाना जो अक्सर हर परीक्षा यानि की हर में पूछ लिया जाता है इस लिए इस टॉपिक के बारे आपको बता दिया यदि कही पर कोई मिटाके हो तो आप हमें कमेंट के माधयम से आसानी से बता सकते है धन्यवाद!

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